Bank Ka Mahatva jane :- बैंक देश के अर्थव्यवस्था के आधार होते हैं | बैंकिंग व्यवस्था का सुदृढ़ होना एक सफल देश तथा सफल अर्थव्यवस्था का परिचायक है | बैंक हर नागरिक के जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखतें हैं | दोस्तों अगर आप भी बैंक के बारे में जानकारी पूरा चाहते हैं।तो शुरू से अंत तक इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें और दोस्तों को शेयर कर दें ताकि वह भी बैंक के बारे मे जान सके।
दोस्तो हम अपलोगों को बता दें की बैंक जहाँ प्रभावी मौद्रिक नीतियों से लेकर सकल घरेलू उत्पाद में भी वृद्धि करने के साथ-साथ दोस्तों मुद्रा स्फीति को नियंत्रित करते हैं, ताकि वहीं वे छोटे-छोटे उद्योगपतियों, कृषकों और कंपनियों आदि को ऋण उपलब्ध कराते हैं | Bank Ka Mahatva jane
दोस्तों जिससे देश की अर्थव्यवस्था असीम उचाईयों को छू पति है।और दोस्तों बैंक एक ऐसा संस्थान है।जो जनता से धन जमा करता है दोस्तों और व्यक्तियो के साथ-साथ फर्मों को भी धन उपलब्ध कराता है। ये एक बैंक प्राथमिक कार्य है लेकिन कार्य एकमात्र नहीं है।
दोस्तों वे अपने ग्राहको के लिए कई अन्य सुविधाएं भी आदान, प्रदान करते है। जैसे कि लॉकर सुविधा, धन का हस्तांतरण, ड्राफ्ट और पोर्टफोलियो प्रबंधन जारी करना आदि।
बैंक का महत्व किया है।
दोस्तों हम आप लोगों को बता दे की दोस्तों भारत में पहला बैंक “बैंक ऑफ़ हिंदुस्तान” था, इसकी स्थापना अलेक्जेंडर एंड कंपनी के द्वारा की गई थी और दोस्तों इसकी स्थापना 1770 में कलकत्ता में की गई थी |
दोस्तों भारत में बैंकिंग व्यवस्था की शुरुआत देशी बैंकरों तथा महाजनों के दुबारा सुरू हुई थी| दोस्तों वहीं क्राउथर के अनुसार आधुनिक बैंको का पूर्वज सुनार तथा सुनारों को कहा गया |और दोस्तों वे लोग कहते हैं कि इन लोगों के पास मूल्यवान वस्तुएँ होती थी।
और दोस्तों जिसकी सुरक्षा हेतु उन्होंने कड़ी से कड़ी व्यवस्था की थी और जनता भी अपनी मूल्यवान वस्तुएं या गहने उन्हीं के पास रखते थे। जिसके बदले में वे लोग को कुछ निर्धारित शुल्क लिया करते थे | और दोस्तों यही से बैंकिंग व्यवस्था की शुरुआत हुई थी और दोस्तों जो आधुनिक बैंकिंग व्यवस्था के रूप में प्रदर्शित है |
दोस्तों बैंक व्यक्तियों के लिए और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यही कारण है की और साथ ही साथ हमारे देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी है। और इन संस्थानो का निम्न महत्व है।
बैंक के प्रकार
1. बचत की आदत का विकास करना
2. पूँजी निर्माण
3. साख-निर्माण करना
4. व्यवसाय को बढ़ावा देना
5. मौद्रिक नीति में लोच बनाए रखना
6. ग्राहकों को वित्तीय सलाह देना
7. जीवनस्तर सुधारनें में सहायक
1. बचत की आदत का विकास करना
दोस्तों हम बता दें की बचत की आदत का विकास करना जनता से जमा स्वीकार करना बैंकों के प्रमुख कार्यों में यह भी शामिल है | बैंक जनता से प्राप्त धन राशि से लाभ कमातें है और जमा धन राशि में एक निश्चित दर से ब्याज भी देते हैं |
आवश्यकता पड़ने पर बैंक ऋण भी उपलब्ध कराते हैं और जिस कारण सभी लोग अपना धन बैंक में जमा करने के लिए आकर्षित होते हैं और बचत की भावना का विकास होता है | और दोस्तों जो राष्ट्र निर्माण में सहायक है ।
2. पूंजी निर्माण
हम आप लोगों को बता दें कि पूंजी निर्माण के लिए सभी लोग अपने द्वारा कमाए जाने वाले धनु राशि को बचत की आशा से बैंको में विभिन्न प्रकार के खातों की सहायता से जमा करते हैं | जो एक निश्चित समयान्तराल पर एक कोष के रूप में एकत्रित होता जाता है ।
और उसी कोष को पूंजी के रूप में हम अपनी जरूरतों के हिसाब से उपयोग में लगाए जाते हैं। अतः बैंक पूँजी निर्माण के कार्य करते हैं।
3. साख निर्माण करना
दोस्तों हम आप लोगों को बता दें कि साख निर्माण करना साख निर्माण करने के लिए बैंक मुख्य रूप से जनता से जमा स्वीकार करते हैं तथा ऋण देते हैं | इस प्रक्रिया के फलस्वरुप जनता में बैंको का विश्वास बन जाता है और यही विश्वास साख कहलाता है |और दोस्तों इसीलिए कहा भी जाता है कि “बैंक साख का व्यवसायी है । Bank Ka Mahatva jane
4. व्यवसाय को बढ़ावा देना
दोस्तों व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए सबसे पहले आपको जब कोई उद्यमी व्यवसाय शुरू करना चाहता है तो उसे धन की आवश्यकता होती है | उद्यमी प्रारंभिक पूँजी इकठ्ठा करने हेतु कई प्रकार के तरीके अपनाता है, जिसमे एक तरीका यह भी है
कि वह बैंको से निश्चित व्याज दर पर ऋणधन लेता है ।इस प्रकार एक व्यवसाय के लिए पूंजी इकठ्ठा की जाती है, जिसमें बैंको का महत्वपूर्ण योगदान होता है बैंक समय- समय पर व्यापारियों की आवश्यकतानुसार व्यवसाय को बढ़ने के लिए भी ऋण देते हैं | अतः बैंक व्यवसाय को बढ़ावा देने में सहायक हैं |
5. मौद्रिक नीति में लोच बनाए रखना
दोस्तों हम आप लोगों को बता दें कि मौद्रिक नीति इसमें लोचन बनाए रखने के लिए सबसे पहले आप लोगों को सभी बैंक, केंद्रीय बैंक तथा बैंकिंग नियमन अधिनियम के अधीन हैं तथा समय-समय पर संसोधित नियमों तथा निर्देशों का पालन करते हैं | केंद्रीय बैंक नोट छापने का कार्य करता है |
जब कभी बैंको को लगता है कि जनता के पास ज्यादा धन नकद के रूप में घन संचित है और मुद्रा स्फीति जैसा संकट आ सकता है, तो केंद्रीय बैंक के निर्देशों पर विभिन्न प्रकार के साख-पत्र जारी किए जाते हैं और जनता के पास एकत्रित धन को बैंक में जमा कर लिया जाता है |और दोस्तों इसके विपरीत बैंक फिर से अपनी आवश्यकतानुसार साखपत्रों को खरीद लेते हैं ।
6. ग्राहकों को वित्तीय सलाह देना
दोस्तों ग्राहकों को वित्तीय सलाह देने के लिए सबसे पहले आप लोगों को आधुनिक समय में व्यवसाय को देखते हुए सही रूप से चलाने हेतु और पूंजी के साथ-साथ कैपिटल बजटिंग भी अति आवश्यक होता है।
इसके बिना कोई भी व्यवसाय अधिक समय तक बाजार में स्थिर नहीं रह सकता है| इसी समस्या के समाधान हेतु विकास तथा विनियोग बैंक अस्तित्व में आए |ये बैंको विशेष रूप से वित्तीय सलाह देते हैं, दोस्तों जिससे व्यवसाय तथा देश आर्थिक विकास के लिए होता है |
7. जीवन स्तर सुधारने में सहायक
दोस्तों जीवन स्तर सुधारने में सहायक बने रहने के लिए सबसे पहले आप लोगों को बैंक सामान्य बैंकिंग कार्यों के साथ-साथ नए शाखाएं खोलते रहते हैं जिससे रोजगार सृजन होता है | इसके साथ ही ऋण माफ़ी से गरीब कृषको के जीवन स्तर में सुधार होता है ।
और बैंक, सरकार के निर्देशानुसार युवाओं को शिक्षा ऋण उपलब्ध कराते हैं, और दोस्तों जिससे उनके साथ-साथ राष्ट्र के विकास को बढ़ावा मिलता है । Bank Ka Mahatva jane
बैंक का इतिहास
दोस्तों बैंक का इतिहास जानने के लिए सबसे पहले आप लोगों को हम बता दें की बैंकिंग प्रणाली अति प्राचीनकाल से चली आई है। ऋग्वेद तथा अथर्ववेद में भी ऋण लेने-देने के अनेक सबूत मौजूद है। दुनिया में सबसे पहला बैंक साल 1406 में इटली देश के जेनोवा में स्थापित किया गया था।
इस बैंक का नाम सेंट जॉर्ज बैंक था। भारत में बैंकिंग सेवाओं की शुरुआत 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में हुई थी। ब्रिटिश ईस्ट इंडियन कंपनी द्वारा बैंक ऑफ बंबई, बैंक ऑफ कलकत्ता और बैंक ऑफ मद्रास की शुरुआत हुई थी।
निष्कर्ष
दोस्तों हम आप लोगों को अब बता दें कि आधुनिक परिवेश में बैंक देश का एक अभिन्न अंग हैं, जो सभी प्रकार के वित्तीय कार्यों को संतुलित तथा नियंत्रित करने का काम करते हैं | भारत में भारतीय रिज़र्व बैंक केंद्रीय बैंक है, जो सभी प्रकार के बैंको को नियंत्रित तथा संचालित करने का काम करता है |
भारत में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया सार्वजानिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है | पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक, एक्सिस बैंक, नाबार्ड, आयात-निर्यात बैंक आदि भारत के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं ।